आगरा/हाथरस, 02 जुलाई। पड़ोसी जिले हाथरस के रतिभानपुर में मंगलवार को भोले बाबा के सत्संग के दौरान भयावह हादसा हुआ। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, भगदड़ मचने से सौ से अधिक लोगों के मरने की सूचना है। करीब 150 से अधिक लोगों के घायल होने की जानकारी मिली है। सत्संग में पंद्रह हजार से अधिक लोग पहुंचे थे। राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने घटना पर गहरा दुःख जताया है। योगी ने अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंच कर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज सिंह और डीजीपी प्रशांत कुमार घटनास्थल पर पहुंच रहे हैं। आगरा मंडल से कमिश्नर और एडीजीपी भी मौके पर पहुंच गए हैं। प्रदेश सरकार ने मृतकों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और घायलों को पचास-पचास हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि सिकंदराराऊ कोतवाली इलाके के रतिभान पुर के फुलराई गांव में चल रहे भोले बाबा के सत्संग की समाप्ति के बाद हजारों की संख्या में बाहर निकल रही भीड़ के बीच अचानक भगदड़ मच गई। गेट संकरा था। पहले निकलने के चक्कर में भगदड़ मची और लोग एक-दूसरे पर गिर पड़े। भीड़ में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे। मृतकों में अधिकांश लोग हाथरस और एटा जिले के निवासी हैं।
दैनिक जागरण डिजिटल न्यूज में कहा जा रहा है कि मृतकों की संख्या एक सौ से अधिक है। भास्कर डिजिटल न्यूज ने मृतकों की संख्या करीब 122 होने की जानकारी दी। प्रशासन ने तुरंत इस संख्या की अभी पुष्टि नहीं की। अधिकारी 50-60 मौतों की स्वीकार कर रहे थे। न्यूज चैनल आज तक के अनुसार, देर शाम अलीगढ़ की कमिश्नर चैत्रा वी ने मीडिया को इस हादसे में 107 लोगों के मारे जाने की जानकारी दी।
एटा सीएमओ उमेश त्रिपाठी ने मीडिया को बताया कि शाम पांच बजे तक हाथरस से अब तक 27 शव एटा के अस्पताल में लाए जा चुके हैं। इनमें 25 महिलाएं और दो पुरुष हैं। बाकी शव सीएचसी सिकंदराराऊ में हैं। वहां करीब 150 से ज्यादा लोग भर्ती हैं। शवों के पंचनामा की प्रक्रिया चल रही है।